जैसा की आप सबको मालूम है कि राकेश टिकैत भारत की सरकार के द्वारा लाए गए कानूनों के खिलाफ थे और इसी के चलते लगातार विरोध कर रहे थे जनसभाएं कर रहे थे महापंचायत कर रहे थे! हालांकि अब तो सरकार ने भी कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है लेकिन उसके बावजूद भी राकेश टिकैत अभी अपने घर वापसी तय नहीं कर पा रहे हैं! जिसके चलते तो साफ तौर पर नजर आ रहा है कि यह कुछ नहीं बल्कि एक सोची समझी राजनीति हो रही है!
और इस बीच खबर तो भी है भी सामने आ रही है कि राकेश टिकैत जो कि अपने आप को किसान का नेता कहते हैं और अब वह एलान कर रहे हैं कि बैंकों के निजीकरण के खिलाफ विरोध करेंगे! यही बात हर किसी को खटक ने लग गई है क्योंकि चलो ठीक है किसान का मुद्दा था राकेश टिकैत एक किसान नेता है आए चलता है मगर बैंकों से राकेश टिकैत का क्या लेना देना?
यही बात कुछ अपने ही लफ्जों में न्यूज़ एटिन के पत्रकार ने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से उठाए हैं दरअसल उन्होंने इस बारे में ट्वीट करते हुए जानकारी दी है कि किसान कानून वापसी करने के बाद अब राकेश टिकैत का कहना है कि बैंकों के निजीकरण के खिलाफ देशव्यापी आंदो लन हो! वही अमन चोपड़ा आगे कहते हैं कि कल को cryptocurrency बिल, Pharmaceutical बिल, CVC बिल और DSPE बिल सब पर बैठेंगे टिकैत? वही अमन चोपड़ा ने साफ तौर पर निशाना भी साथ दिया है और कह दिया है कि राकेश टिकैत जी सीधा ही मोदी हटाओ आंदो लन कर ले कितनी भूमिका बनाने की आवश्यकता ही क्या है?
किसान बिल वापसी के बाद अब राकेश टिकैत ने कहा है कि बैंकों के निजीकरण के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन हो।
कल को cryptocurrency बिल, Pharmaceutical बिल, CVC बिल और DSPE बिल सब पर बैठेंगे टिकैत ?
टिकैत जी डायरेक्ट ही मोदी हटाओ आंदोलन कर लें, इतनी भूमिका बनाने की क्या जरूरत है ?
— Aman Chopra (@AmanChopra_) December 5, 2021