18 फरवरी को आईपीएल 2021 की नीलामी में अर्जुन तेंदुलकर के नाम की भी बोली लगी थी. नीलामी में इस युवा ऑलराउंडर को मुंबई इंडियंस की टीम ने 20 लाख की कीमत में खरीद लिया था.
हालांकि मुंबई इंडियंस ने आईपीएल 2021 में 7 मैच खेले थे, लेकिन एक भी मैच में इस युवा ऑलराउंडर को मौका नहीं मिल पाया था.
आज हम आपकों अपने इस खास लेख में उन 3 कारणों के बारे में ही बात करेंगे, जिसकी वजह से मुंबई इंडियंस की टीम ने अर्जुन तेंदुलकर को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया.
टीम की संतुलन में नहीं बैठ पा रहे थे फिट
मुंबई इंडियंस को हमेशा से ही एक संतुलित प्लेइंग इलेवन खिलाने की आदत है. वह ऊपरी क्रम में 4 बल्लेबाज रखती है. वहीं इसके बाद 3 ऑलराउंडर खिलाड़ी आते हैं, जिसमे पोलार्ड, हार्दिक और क्रुनाल का नाम रहता है. एक मुख्य स्पिनर और 3 तेज गेंदबाज रहते हैं.
अर्जुन तेंदुलकर को अगर प्लेइंग इलेवन में मौका मिलता, तो वह सिर्फ पोलार्ड, हार्दिक या क्रुनाल की जगह मिल सकता था, लेकिन इन तीनों ही खिलाड़ियों के स्तर के हिसाब से अर्जुन का स्तर अभी काफी कम है.
यह तीनों ही खिलाड़ी मुंबई इंडियंस के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक रहे हैं. ऐसे में इन तीनों के प्लेइंग इलेवन में होते हुए अर्जुन की जगह बन पाना काफी मुश्किल था.
मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में नहीं दिखाई अच्छी फॉर्म
अर्जुन तेंदुलकर को प्लेइंग इलेवन में जगह ना मिलने का एक कारण उनकी सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में फॉर्म भी थी. दरअसल, अगर वह वहां शानदार फॉर्म दिखाते, तो निश्चित रूप से उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका मिल सकता था.
अर्जुन ने सीनियर घरेलू क्रिकेट करियर की शुरुआत इसी साल हुई सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी से की थी. इस दौरान उन्होंने इस टी-20 टूर्नामेंट में मुंबई के 2 मैच खेले. इन मैचों में गेंद और बल्ले, दोनों से ही उनका प्रदर्शन काफ़ी औसत दर्जे का रहा था.
हरियाणा और पुडुचेरी के खिलाफ़ 2 मैचों में खेलते हुए अर्जुन ने गेंद से 67 रन देकर महज़ 2 विकेट लिए वहीं बल्ले से भी केवल 3 ही रन बनाए.