आज के समय में पैसा बहुत ही ज्यादा जरूरी हो चुका है और ऐसे में हर कोई पैसा कमाना भी चाहता है इंसान चाहता है कि वह जल्द से जल्द सफल हो जाए लेकिन उस कामयाबी को पाने के रास्ते पर चलना कम ही लोग चाहते हैं! ऐसे में यदि आप कोई बिजनेस करना चाह रहे हैं या फिर कारोबार शुरू कर रहे हैं तो आज हम आपको भारत के जाने माने बिजनेस मैन रतन टाटा की कुछ बातें बताने जा रहे हैं जो कि आपकी तरक्की में काफी मददगार साबित हो सकती हैं!
भारत के दिग्गज उद्योग उद्योगपति और टाटा संस के चेयरमैन रतन टाटा ने देश के कई सफल स्टार्टअप में बड़े पैमाने पर निवेश किया हुआ है हालांकि वह खुद को एक्सीडेंटल इन्वेस्टर मानते हैं लेकिन उन्होंने जिस भी स्टार्टअप में निवेश किया है ज्यादातर कंपनियां सफल ही रही है और आज उनका कारोबार अरबों खरबों में खेल रहा है!
तो आज हम आपको कुछ बातें बताने जा रहे हैं जो कि उन्होंने बताई हैं किसी भी कंपनी को स्टार्ट करने के लिए क्या कुछ प्रमुख बातें ध्यान में रखनी चाहिए तो आइए जान लेते हैं उनकी कही गई बातों को-
वैल्यू पर फोकस
यदि यहां पर टाटा के ग्रुप की बात की जाए तो हर कोई जानता है कि इस ग्रुप की वैल्यू कितनी ज्यादा हाई है ऐसे में रतन टाटा उम्मीद करते हैं कि स्टार्टअप भी वैल्यू फैक्टर को ही प्रमुखता देता है रात तो रात फरार जैसे मामले के यह सख्त खिलाफ है!
इनोवेशन पर ध्यान दें
रतन टाटा का यह मानना है कि उन स्टार्टअप का भविष्य शानदार रहता है जिन्होंने नए प्रयोग किए हैं इसलिए इनोवेशन करते ही रहना चाहिए टाटा स्टार्टअप के लिए इनोवेशन पर ज्यादा जोर दे रहे हैं!
प्रमोटर्स का एटीट्यूड
रतन टाटा की माने तो स्टार्टअप के प्रमोटर्स का एटीट्यूड कैसा है वह किस आइडिया के साथ आया है और इसके सलूशन को लेकर उसकी सोच के आधार पर काम करते हैं! टाटा के अनुसार वह नहीं में निवेश करना काफी पसंद करते हैं खासकर नए आइडिया वाले स्टार्टअप में!
कोई सही समय नहीं
साल 2019 के अक्टूबर के महीने में एक इंटरव्यू के अंदर रतन टाटा का कहना था कि स्टार्टअप करने के लिए ग्लोबल होने के लिए कोई भी लड़ाई टाइम जैसा कुछ भी नहीं होता है यह जिम्मेदारी और समझ अंदर की होती है कि कब उन्हें अपना वैश्विक विस्तार करना है! साथ ही यही कहना था कि मैं यह भी देखता हूं कि प्रमोटर कितने मच्छी और है और अपनी नई कंपनी को लेकर कितने ज्यादा चिंतित है!
काम को दे तरजीह
भारत के अंदर ऐसा कई औद्योगिक घरानों के साथ होता है कि वह उद्योग के साथ साथ राजनीति में भी काफी दिलचस्पी लेने लग जाते हैं लेकिन टाटा ग्रुप और खास तौर से रतन टाटा इन चीजों से हमेशा से ही बचता रहा है उन्होंने हमेशा अपने जीवन में काम को ही सब कुछ माना है सबसे पहले उनके लिए काम ही है!
दूसरों का करें सम्मान
ऐसे में रतन टाटा को निजी तौर पर जानने वालों का कहना है कि वह हमेशा से ही शांत और सौम्य बने रहते हैं वह अपनी कंपनी के छोटे से छोटे कर्मचारी तक सभी से बड़े प्यार से मिलते हैं!