लगातार तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद ममता बनर्जी एक्शन में आ गई हैं। एक बार फिर से सत्ता में आईं ममता बनर्जी ने बीते कल ही प्रशासनिक स्तर पर कई बदलाव किए। कई पुलिस अधिकारियों के भी तबादले किए गए। कूचबिहार के पुलिस अधीक्षक पर भी गाज गिरी है।
कूचबिहार के पुलिस अधीक्षक देवाशीष धर को सस्पेंड कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक चुनाव के दौरान शीतलकूची की घटना के चलते ही पुलिस अधीक्षक को सस्पेंड किया गया है।
उल्लेखनीय है कि 10 अप्रैल को चौथे चरण के चुनाव में शीतलकूची के एक बूथ पर केंद्रीय बल के जवानों ने गोली चलाई थी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में समीउल मियां, मनीरुल मियां, हमीदुल मियां और नूर इस्लाम मियां शामिल थे।
इस घटना के बाद कूचबिहार के पुलिस अधीक्षक देवाशीष धर ने कहा था कि करीब 300 लोगों ने केंद्रीय बल को घेर लिया था। हवा में फायरिंग करने के बाद भी उन्हें रोका नहीं जा सका।
भीड़ ने जवानों के हथियार छीनने की कोशिश की थी। परिणामस्वरूप केंद्रीय बल के जवानों को गोली चलाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
हालांकि तृणमूल नेत्री ने एसपी की इन बातों को स्वीकार नहीं किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरी घटना अमित शाह की साजिश थी। चुनाव जीतने के बाद भी ममता बनर्जी ने कहा था कि कूचबिहार के एसपी बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं।
मैं सब कुछ देखूंगी। ऐसे में पहले से ही माना जा रहा था कि देवाशीष धर पर गाज गिर सकती है। शपथ लेने के बाद ही ममता बनर्जी राज्य सचिवालय पहुंची और देवाशीष को निलंबित कर दिया।
वहीं बीजेपी ने दावा किया था कि ममता बनर्जी के उकसावे के चलते शीतलकूची में घटना घटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कूच बिहार की घटना दीदी के छप्पा वोट करने का मास्टर प्लान का एक अंश है।
इसके साथ ही बीते कल से राज्य में चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद हटाए गए अधिकारियों को ममता बनर्जी की सरकार ने बहाल शुरू करना शुरू कर दिया है।
जावेद शमीम को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के रूप में बहाल किया गया, जबकि चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त किए गए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर जगमोहन को सिविल डिफेंस में नियुक्त किया गया है।
चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त किए गए डीजीपी निर्जनारायण पांडे को फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज में नियुक्त किया, जबकि बीरेंद्र को फिर से राज्य का नया डीजी बनाया गया है।