जम्मू कश्मीर को लेकर अब प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है वही ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने इशारों इशारों में जम्मू कश्मीर को लेकर सेकुलर नेताओं को खरी-खोटी सुना दी! दरअसल, जम्मू कश्मीर में हाल ही में आतं कियों के द्वारा गैर मुस्लिमों की ह त्या किए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी का बयान आया है!
प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि एक ही प्रकार की किसी घट ना में कुछ लोगों को मानव अधिकार का हनन दिखता है और वैसे ही किसी दूसरी घट ना में उन्हीं लोगों को मानव अधिकार का हनन नहीं दिखता! पीएम मोदी के इस बयान को पिछले दिनों हुई जम्मू कश्मीर में मामलों से जोड़कर देखा जा रहा है!
Human rights should not be only about rights, but also duties. The two should be discussed together, not separately. Other than awareness of their rights, each individual must abide by their duties: PM Narendra Modi addresses the 28th NHRC Foundation Day program pic.twitter.com/yUtLQaDg8s
— ANI (@ANI) October 12, 2021
बता दें कि मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग की स्थापना दिवस पर बोल रहे थे वहीं इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि किसी भी नेता पार्टी संस्थान का नाम तो नहीं लिया है लेकिन इशारों इशारों में बेहद तीखा प्रहार कर दिया है! पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मानव अधिकारों पर चुनिंदा व्यवहार लोकतंत्र के लिए खत रा है!
उनका कहना है कि मानव अधिकारी का बहुत ज्यादा हनन उस समय होता है जब उसे राजनीतिक रंग से देखा जाता है राजनीतिक चश्मे से देखा जाता है राजनीतिक नफा नुकसान के तराजू में तोला जाता है इस तरीके का सिलेक्टिव व्यवहार लोकतंत्र के लिए भी उतना ही नुकसानदायक होता है!
#WATCH | …Some people see human rights violations in some incidents but not in other similar incidents. Human rights are violated when viewed via political spectacles. Selective behaviour harmful to democracy. They attempt to harm nation's image through selective behaviour.: PM pic.twitter.com/5RsaIkMExw
— ANI (@ANI) October 12, 2021
वही पीएम मोदी ने चुनिंदा घट नाओं पर मानवाधिकारों की दुहाई देने वालों पर बरसते हुए कहा कि हाल के वर्षों में मानव अधिकार की व्याख्या कुछ लोग अपने अपने तरीके से अपने अपने हितों को देख कुछ लोग किसी घट ना में मानव अधिकारों के उल्लंघन की बात करते हैं लेकिन वैसी ही किसी दूसरी घट ना पर चुप्पी साध जाते हैं! पीएम मोदी ने यह भी कहा कि इस तरीके की सिलेक्टिव व्यवहार लोकतंत्र के लिए हानिकारक है ऐसे लोग अपने इस तरह के बर्ताव से देश की छवि को खराब करने की कोशिश करते हैं!