भारत दौरे पर आए डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेट फ्रेड्रिकसन ने पीएम मोदी की खुलकर तारीफ की है. महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन की तारीफ करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत बताया है. फ्रेडरिकसन ने पीएम मोदी के साथ संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि आपने दस लाख से अधिक घरों में स्वच्छ पेयजल और स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है. आप बाकी दुनिया के लिए एक प्रेरणा हैं।
पहली बार भारत दौरे पर आए फ्रेडरिकसन ने डेनमार्क की यात्रा का न्योता स्वीकार करने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत गर्व है कि आपने डेनमार्क आने का मेरा निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत और डेनमार्क कोरोना महामारी के दौरान अपना सहयोग जारी रखे हुए हैं. डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन 9 से 11 अक्टूबर तक भारत के दौरे पर हैं।
डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने की पीएम मोदी की तारीफ, कहा- पूरी दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत हैं भारतीय प्रधानमंत्री pic.twitter.com/GGBbi2exYc
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) October 9, 2021
फ्रेडरिकसन ने जिस महत्वाकांक्षी लक्ष्य के लिए पीएम मोदी को दुनिया की प्रेरणा बताया है, उसकी घोषणा उन्होंने 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से की थी. तब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जल जीवन मिशन की घोषणा की और कहा कि 2024 तक, देश के हर घर को पाइप से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। बाद में 2020-21 के बजट में जल जीवन मिशन या हर घर जल योजना की घोषणा की गई।
Great pleasure to welcome PM Mette Frederiksen on her first visit to India. Our Green Strategic Partnership is focused on clean technologies and green growth. Our collaboration across sectors is vibrant and dynamic. 🇮🇳 🇩🇰 @Statsmin pic.twitter.com/fgyuoMp8TF
— Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2021
इस महत्वाकांक्षी योजना पर सरकार 3.5 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी। यह उन क्षेत्रों के लिए एक बड़ी सौगात होगी जहां लोगों को पीने के पानी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। कहीं-कहीं तो पीने का पानी लेने के लिए कई किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है।
भारत और डेनमार्क के बीच मजबूत व्यापार और निवेश संबंध हैं। भारत में 200 से अधिक डेनिश कंपनियां हैं, जबकि डेनमार्क में 60 से अधिक भारतीय कंपनियां हैं। दोनों देशों के बीच अक्षय ऊर्जा, हरित प्रौद्योगिकी, जल और अपशिष्ट प्रबंधन, कृषि और पशुपालन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, डिजिटलीकरण, स्मार्ट शहरों, शिपिंग क्षेत्रों में मजबूत सहयोग है।