उत्तर प्रदेश के अंदर विधानसभा के चुनाव नजदीक आने के साथ साथ सियासत में हलचल भी तेज होती जा रही हैं वही हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया गया है और साथ ही उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का भी निरीक्षण किया था और इस पूरी यात्रा के दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी नजर आए थे वहीं प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को लेकर अखिलेश यादव की एक टिप्पणी काफी ज्यादा सुर्ख़ियों में रही है!
बीजेपी नेताओं ने अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा था कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का अप मान किया है वही अखिलेश यादव ने सफाई देते हुए कहा है कि मैं योगी सरकार के खात्मे की बात कर रहा था सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इंडिया टीवी के साथ एक पुराना इंटरव्यू भी वायरल हो गया है इस इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ से सवाल पूछा गया था कि यदि आपकी सोच विदेशी नामों को बदलने की है तो क्या ताजमहल का नाम बदलकर राम महल की कर देंगे?
इसके जवाब में योगी आदित्यनाथ ने कहा था, ‘अगर इस तरह का काम किसी विदेशी आक्र मण कारियों ने किसी भी काल में किया है, तो उसे तुरंत बदला जाना चाहिए. क्योंकि यह देश की सांस्कृतिक स्वतंत्रता की ल ड़ाई भी है। ऐतिहासिक स्थलों के नाम भी रखे जाने चाहिए जिनके नाम पर इस देश की पहचान होनी चाहिए। जहां तक ताजमहल की बात है तो हम इसका नाम राममहल क्यों नहीं रखेंगे? जरूरत पड़ने पर इसका नाम भी बदला जाएगा। शाहजहां ने मुमताज के लिए ताजमहल बनवाया या नहीं यह जांच का विषय है।
योगी आदित्यनाथ आगे कहते हैं, ‘कोई विरासत नहीं है जिसने हमें ऐसे नाम दिए हैं। जो भी चीजें देश हित में होंगी, हमें तुरंत वो कदम उठाने चाहिए। हमें ऐसे कदम उठाते वक्त सोचना भी नहीं चाहिए। हमें ऐसे कदम उठाने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। जब आप गोरखपुर आएंगे तो देखेंगे कि जब कोई मुसलमान पी ड़ित होता है तो वह कहीं और नहीं जाता, वह मेरे पास ही आता है। अखिलेश सरकार से जो भी पी ड़ित होता है, वह मेरे पास भी आता है. मैं जनता के लिए समय निकालता हूं।